|
|
|||
|
||||
Overviewसैकड़ो मील दूर से आती एक चमत्कारिक आवाज । सुकन्या की छाती फटी जा रही थी,वह मरी जा रही थी, उसका अस्तित्व समाप्त हुआ जाता था,प्रेम में,किसी को प्यार करने में । हर बार लगता था इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ । जीवन धन्य हो जाता था, उसका मनुष्य रूप में धरा पर जन्म लेना । कोई भी दिखाई नहीं देता था इस धरा पृष्ठ पर एक नारी और एक पुरुष को छोड़कर बाकी पूरी पृथ्वी बही जा रही थी । उसके माता-पिता थे, उसने एक दिन इस पृथ्वी पर जन्म लिया था, बड़ी होकर यौवन की दहलीज पर कदम रखा था । कुछ भी याद नहीं, उसके पति,संतान,स्वजन कोई भी नहीं । किसी की भी आवाज सुनाई नहीं देती थी। चारों ओर कोई भी नहीं केवल एक नारी और एक पुरुष के अलावा । सुकन्या और जीवन । वह योगिनी डोमी और जीवन उसका कालिदास, कान्हूपा, कन्हाई । 'योगिनी की आत्मलिपि' एक रहस्य है । सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था । गाया गया संगीत भी बेसुरा हो सकता है। उज्वल आकाश मलिन दिखाई देता है। रास्ता नहीं मिलता । समस्त प्राप्ति और अप्राप्ति के बीच लीन हो जाती थी । सु - सुकन्या -सुकन्या कहां है ? सुकऱ्या कहाँ है। लेखिका रश्मी राउल आज भी सुकन्या की खोज में है । Full Product DetailsAuthor: Rashmi Roul , Sonam MishraPublisher: Black Eagle Books Imprint: Black Eagle Books Dimensions: Width: 14.00cm , Height: 0.60cm , Length: 21.60cm Weight: 0.132kg ISBN: 9781645606949ISBN 10: 1645606945 Pages: 106 Publication Date: 07 May 2025 Audience: General/trade , General Format: Paperback Publisher's Status: Active Availability: Available To Order ![]() We have confirmation that this item is in stock with the supplier. It will be ordered in for you and dispatched immediately. Language: Hindi Table of ContentsReviewsAuthor Informationस्नातक (विज्ञान ), स्नाकोत्तर (अंग्रेजी ) कन्या महाविद्यालय,बिलासपुर, बीएड पोस्ट ग्रेजुएट बेसिक ट्रेनिंग कॉलेज,बिलासपुर, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (छत्तीसगढ़ ), पीजीडीसीए, भोज विश्वविद्यालय, भोपाल, स्नातकोत्तर (हिन्दी ) उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर उड़ीसा।सोनम मिश्रा के द्वारा अभी तक १५ पुस्तकें अनुवादित की जा चुकी है । जिनमें से कुछ प्रमुख नाम हैं - योगिनी की आत्म लिपि, अकल्पित कहानियां, यहां था एक गांव लेखिका रश्मी राउल, मेरे प्रिय परम, आचार्य परंपरा, कथा माधुरी - लेखक डॉ नृसिंह त्रिपाठी, सुश्रुत - लेखक डॉ पंडा । ई मेल - sonamtrip@gmail.com Tab Content 6Author Website:Countries AvailableAll regions |