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Overviewविक्रम और बेताल की कहानियां बहुत पुरानी है। वे मूल रूप से संस्कृत में लिखी गई थी। उज्जैन के राजा विक्रमादित्य (विक्रम) ने सन्यासी को वादा किया था, कि वह बेताल को लेकर आएंगें। बेताल को लाने के लिए यह शर्त थी कि राजा विक्रम सारे रास्ते चुप रहेंगें। अगर राजा विक्रम बोलेंगे तो बेताल वापिस पीपल के पेड़ पर चला जाएगा। जब राजा विक्रम बेताल को लेकर राज्य की ओर जा रहे होते थे, तब रास्ते में बेताल राजा विक्रम को एक कहानी सुनाता था। कहानी खत्म होने के बाद बेताल राजा विक्रम से सवाल पूछता था और विक्रम सवाल का उत्तर देता है। उत्तर देते ही राजा अपनी चुप्पी तोड़ देते थे और बेताल उड़ कर चला जाता था। बाल पाठकों के लिए विक्रम और बेताल की कुछ ऐसी ही अनोखी व अविश्वसनीय पूर्ण कहानियों का संग्रह प्रस्तुत कर रहे है। प्रत्येक कहानी कोई न कोई शिक्षा देती है। यही कारण है कि इन्हें सभी आयुवर्ग के पाठक बेहद रूचि से पढ़ते हैं। आशा है कि हमारे बाल पाठक इन कहानियों को पढ़कर आनंदित होंगे। Full Product DetailsAuthor: Pratibha KasturiyaPublisher: Diamond Books Imprint: Diamond Pocket Books ISBN: 9788128832994ISBN 10: 8128832999 Pages: 98 Publication Date: 09 January 2023 Audience: General/trade , General Format: Hardback Publisher's Status: Active Availability: Available To Order ![]() We have confirmation that this item is in stock with the supplier. It will be ordered in for you and dispatched immediately. Language: Hindi Table of ContentsReviewsAuthor InformationTab Content 6Author Website:Countries AvailableAll regions |