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Overview"फेमिनिज्म का परिचय और उसका ऐतिहासिक संदर्भनारीवाद एक सामाजिक आंदोलन है जो महिलाओं के अधिकारों की वकालत करता है और लिंग असमानता को समाप्त करने का प्रयास करता है। यह इस विश्वास पर आधारित है कि महिलाएं पुरुषों के बराबर हैं और उन्हें समान अधिकार और अवसर प्राप्त होने चाहिए। नारीवादी आंदोलन का एक लंबा और जटिल इतिहास है, जो सदियों से महिलाओं के खिलाफ होने वाले भेदभाव के खिलाफ लड़ रहा है।प्रारंभिक नारीवादपश्चिमी दुनिया में नारीवाद का उदय 18वीं सदी के उत्तरार्ध और 19वीं सदी के पूर्वार्ध में हुआ। इस अवधि के दौरान, महिलाओं ने शिक्षा, संपत्ति के स्वामित्व और राजनीतिक भागीदारी के अपने अधिकारों के लिए दबाव बनाना शुरू किया। प्रारंभिक नारीवादियों में से कुछ महत्वपूर्ण हस्तियों में शामिल हैं - Mary Wollstonecraft: एक अंग्रेजी लेखक और दार्शनिक जिसने 1792 में ""अ विन्डिकेशन ऑफ द राइट्स ऑफ वुमन"" प्रकाशित किया, जो नारीवादी दर्शन का एक प्रारंभिक कार्य माना जाता है।- Sojourner Truth: एक अमेरिकी गुलाम, उन्मूलनवादी और महिला अधिकार कार्यकर्ता, जिन्होंने प्रसिद्ध भाषण ""Ain't I a Woman?"" दिया।- Elizabeth Cady Stanton और Lucretia Mott: दो अमेरिकी महिलाएं जिन्होंने 1848 में सेनेका फॉल्स कन्वेंशन का आयोजन किया, जिसे अक्सर महिलाओं के अधिकारों आंदोलन की शुरुआत माना जाता है।" Full Product DetailsAuthor: Natasha KapoorPublisher: Self Imprint: Self Dimensions: Width: 15.20cm , Height: 0.40cm , Length: 22.90cm Weight: 0.113kg ISBN: 9798869172525Pages: 76 Publication Date: 03 February 2024 Audience: General/trade , General Format: Paperback Publisher's Status: Active Availability: Available To Order ![]() We have confirmation that this item is in stock with the supplier. It will be ordered in for you and dispatched immediately. Table of ContentsReviewsAuthor InformationTab Content 6Author Website:Countries AvailableAll regions |